तुम भी हो मैं भी ह
पास आओ तो कह द
आखिर क्यों पल य
दीवाना मैं हो गय

तुम्हे जो मैंने देख
तुम्हे जो मैंने जान
तुम्हे जो मैंने देख
तुम्हे जो मैंने जान
जो होश था वो तो गय

बदन की ये खुशब
जगाने लगी जाद
तो होके बेकाबू दिल खो गय

तुम्हे जो मैंने सोच
तुम्हे जो मैंने मान
तुम्हे जो मैंने देख
तुम्हे जो मैंने जान
जो होश था वो तो गय

इतनी क्यों तुम खूबसूरत ह
के सबको हैरत ह
दुनिया में सच मुच ह
रहती है परियों से भी ज्याद
प्यारी सी लड़की कोई

हाँ इतनी क्यों बोलो हसीन तुम ह
जो देखे गुमसुम ह
देखो न मैं भी ह
खोया सा बेहका सा मुझपे भ
छायी है दीवांग

तुम्ही को मैंने पूज
तुम्ही को चाहा पान
तुम्हे जो मैंने देख
तुम्हे जो मैंने जान
जो होश था वो तो गय

बदन की ये खुशब
जगाने लगी जाद
तो होके बेकाबू दिल खो गय

तुम्हे जो मैंने सोच
तुम्हे जो मैंने मान
तुम्हे जो मैंने देख
तुम्हे जो मैंने जान
जो होश था वो तो गय

तुम भी हो मैं भी ह
पास आओ तो कह द
तुमने जो देखा त
क्या जाने क्या हो गय

जाने क्यों रहती हूँ खोयी स
जागी न सोयी स
अब दिल में अरमान ह
सांसों में तूफान ह
आँखों में ख्वाबों की है चांदन

हाँ जाने क्यों बेहका सा ये मन ह
मेहका सा ये तन ह
चलती हूँ इत्र के इथला क
शर्मा के बलखा क
जैसे कोई रागिन

तुम्हे जो मैंने समझ
तुम्हे जो पहचान
तुम्हे जो मैंने देख
तुम्हे जो मैंने जान
जो होश था वो तो गय

बदन की ये खुशब
जगाने लगी जाद
तो होके बेकाबू दिल खो गय

तुम्हे जो मैंने देख
तुम्हे जो मैंने जान
तुम्हे जो मैंने देख
तुम्हे जो मैंने जान

तुम्हे जो मैंने देख
तुम्हे जो मैंने जान
तुम्हे जो मैंने देख
तुम्हे जो मैंने जान

Composição: Javed Akhtar / Anu Malik