हो मैंने तुझे देख
हँसते हुए गालों म
बेज़ार खयालों म
हुस्न के हवालों म

सोहनी के बालों म
मोरनी की चालों म
मट्टी के प्यालों म
पीतल के तालों म

तू ही तू बसा है मुझम
मैं बची हूँ थोड़ी थोड
तू जब पुकारे मुझक
आके मेरी ओर

तोह दिल झूम झूम
चले झूम झूम
चले सोहनेया सोहनेय
दिल झूम झूम
चले झूम झूम
चले सोहनेया सोहनेय

तोह दिल झूम झूम
चले झूम झूम
चले सोहनेया सोहनेय
दिल झूम झूम
चले झूम झूम
चले सोहनेया सोहनेय

हाँ, ओ

दिल वो दिल ही क्या हुआ जो हारा ही न
तू मिला तो ख्वाहिशों को किनारा मिल

क्या हसीन है असर
मुझपे इस प्यार क
बेसबर बेशुमार
जो तुमसे है हुआ

हाँ मैंने तुझे देख
सुबह के उजालों म
नदियाँ में नालों म
लम्हों में सालों म

प्यार करने वालों म
जुनूं में जियालों म
इश्क़ के मालालों म
ज़िंदा मिसालों म

जितनी तू मिलती जाए
उतनी लगे थोड़ी थोड
जब भी तू ले अंगड़ाई
आके मेरी ओर

दिल झूम झूम
चले झूम झूम
चले सोहनेया सोहनेय
दिल झूम झूम
चले झूम झूम
चले सोहनेया सोहनेय

दिल झूम झूम
चले झूम झूम
चले सोहनेया सोहनेय
दिल झूम झूम
चले झूम झूम
चले सोहनेया सोहनेय

ओ चले सोहनेया सोहनेय

Composição: Ali Zafar / Gurpreet Saini / Tanishk Bagchi